Shukrana Namaz Ki Niyat । शुक्राना नमाज़ की नियत और नियत का तरीका

आज यहां पर आप Shukrana Namaz Ki Niyat हिंदी और अरबी में जानेंगे हमने यहां पर शुक्राना नमाज़ की नियत हिंदी और अरबी नियत भी हिंदी के साफ़ और आसान लफ़्ज़ों में बताया है।

यहां पढ़ने के बाद आप बहुत ही आसानी से शुक्राना नमाज़ की नियत कर पाएंगे यकीनन इसके बाद फिर आपको कहीं पर भी शुक्राना नमाज़ की नियत नहीं तलाशनी पड़ेगी इसीलिए आप यहां ध्यान से पुरा पढ़ें।

Shukrana Namaz Ki Niyat

आपको यहां पर शुक्राना नमाज़ की नियत के साथ साथ शुक्राना नमाज़ की नियत का तरीका भी जानेंगे जिसे आप आसानी से नियत कर सकेंगे।

एक और इल्म आपको मालुम होना चाहिए कि शुक्राना की नमाज़ 2 रकात की नियत से एक बार में एक सलाम के साथ अदा की जाती है।

शुक्राना नमाज़ की हिंदी नियत

नियत कि मैने 2 रकात नमाजे नफ्ल बरा ए शुक्र की वास्ते अल्लाह तआला के मुंह मेरा काअबा शरीफ की तरफ अल्लाहु अकबर।

शुक्राना नमाज़ की अरबी नियत

नवैतुवन उसल्लिय लिल्लाहि तआला रकाति सलाति नफ्ली मुत्वाजिहन इलाजि हातिल काअबतिश शरीफती अल्लाहू अकबर।

शुक्राना नमाज़ की नियत का तरीका

शुक्राना नमाज़ की नियत इस तरह से आप करें कि सबसे पहले सही से मक्का की रूख करके खुद खड़े हो जाएं इसके बाद नियत पढ़ें।

नियत आप अल्फाज के जरिए पढ़ सकते हैं तो पढ़ें नहीं तो दिल में इरादा रखें कि ये नमाज़ शुक्राना की अपने रब की शुक्रिया के लिए अदा कर रहा हुं।

इसके बाद यहां पर आपकी नियत का प्रोसेस हो जाएगा इसके बाद आप नियत बांधेंगे इसका भी तरीका नीचे बताया हुआ है समझ लें।

आप इंटेंशन यानी नियत में इसी बात को अपने रूह में दिल में भी समा लें की मैं इसके बदले इस चीज की खुशी में शुक्राना की नमाज़ अदा कर रहा हुं।

शुक्राना नमाज़ की नियत कैसे बांधी जाती है?

जब आप नियत कर लें तो अल्लाहू अकबर कहते हुए अपने दोनों हाथों को उठाएं, पुरूष हजरात कान तक उठाएं और कान की लौ छू लेंगे।

जबकि हमारी मां बहने अपने हाथों को शोल्डर तक ही उठाएंगे अब इसके बाद नीचे हाथों को सीने पर ला कर नियत बांध लेना है।

लेकिन हमारे मुस्लिम भाईयों अपने हाथों को नाफ के नीचे बांधेंगे अब यहां पर भी आपको नियत बांधने में भी गौर करना चाहिए।

पहले बायां हाथ की हंथेली अन्दर रखें और उसके ऊपर से उसकी हंथेली की उपरी भाग पर ही दाहिना हांथ की हंथेली को रखेंगे।

इसके बाद यहां ध्यान रखें कि अन्दर की हांथ को उपर के हांथ की उपर और नीचे की उंगली से पकड़ लेंगे और तीन उंगली कलाई पर बिछी रहेगी।

यहां तक आपकी नियत करके नियत बांधने की भी प्रोसेस हो जाएगी इसके बाद आपकी नमाज़ शूरू हो जाएगी यही है नियत का सही तरीका।

अंतिम लफ्ज़

मेरे प्यारे मोमिनों आप भी अब तक तो समझ गए ही होंगे शुक्राना नमाज़ की नमाज की नियत और नियत का सही तरीका भी हमने यहां पर एक एक बात को ध्यान में रख कर बहुत ही इंटरेस्टिंग और सही तरीक़े से सभी बातों को बताया था जिसे आप आसानी से समझ जाएं और अमल में भी लाएं।

अगर इस लेख को पढ़ने के बाद भी आपके मन में कोई सवाल या फिर किसी तरह से कोई डाउट हो तो आप हमसे कॉमेंट करके ज़रूर पूछें हम आपके उत्तर लिए बैठे हैं जिसे आपकी सभी डाउट क्लियर हो जाए साथ ही इस पोस्ट को ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुंचाएं।

Shah Noor is an Islamic scholar and educator with expertise in Islamic knowledge, including Quranic studies, Hadith, and Islamic law. He has over six years of experience in teaching and writing about Islamic theology.

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