Salatul Tasbeeh Ki Namaz Ka Tarika । सलातुल तस्बीह की नमाज़ का तरीका

आज यहां आप Salatul Tasbeeh Ki Namaz Ka Tarika बहुत ही आसानी से जानेंगे क्योंकी हमने यहां पर सलातुल तस्बीह की नमाज़ पढ़ने का सही तरीक़ा, नियत, रकात सभी जानकारी बहुत आसान लफ़्ज़ों में बताया है।

इसे पढ़ने के बाद आप आसानी सलातुल तस्बीह की नमाज़ अदा कर पाएंगे फिर इसके बाद आपको कहीं पर भी सलातुल तस्बीह की नमाज़ अदा करने का तरीका ढूंढनी नहीं पड़ेगी इसीलिए आप यहां पे पुरा ध्यान से पढ़ें।

Salatul Tasbeeh Ki Namaz Ka Tarika

सबसे पहले आप यह जान लें कि सलातुल तस्बीह की नमाज़ 4 रकात की नियत से एक सलाम में अदा करके इसे मुकम्मल किया जाता है।

हमने यहां पर हर एक रकात को एक एक करके स्टेप बाय स्टेप बताया है आप ध्यान से पढ़ें जिसे आसानी से सलातुल तस्बीह की नमाज़ पढ़ सकें।

Salatul Tasbeeh Ki Namaz Ka Tarika – पहली रकात

  • पहले सलातुल तस्बीह की नियत करके हांथ बांध लें।
  • हमने नीचे सलातुल तस्बीह की नियत भी बताई है।
  • फिर सना यानी सुब्हान क अल्लाहुम्मा पुरा पढ़ेंगे।
  • अब 15 मरतबा सलातुल तस्बीह की तस्बीह पढ़ें।
  • हमने नीचे इसे भी बताया है तो आप देख लेंगे।
  • फिर अउजुबिल्लाह और बिस्मिल्लाह पढ़ेंगे।
  • अब सूरह फातिहा अल्हम्दु शरीफ पुरा पढ़ेंगे।
  • पुरा पढ़ कर आहिस्ते से आमिन भी कहेंगे।
  • इसके एक बार सूरह तकासुर यहां पढ़ना चाहिए।
  • नहीं याद रहने पर कोई सूरह पढ़ सकते हैं।
  • फिर 10 मरतबा सलातुल तस्बीह की तस्बीह पढ़ें।
  • अब अल्लाहु अकबर कह कर रूकुअ में जाएंगे।
  • रूकुअ में कम से कम तीन या पांच, सात बार।
  • सुब्हान रब्बियल अज़ीम पढ़ेंगे इसके बाद।
  • फिर 10 बार सलातुल तस्बीह की तस्बीह पढ़ेंगे।
  • अब समी अल्लाहु लिमन हमिदह और रब्बना लकल हम्द।
  • कह कर रूकुअ से अपना गर्दन उठाएंगे।
  • फिर 10 बार सलातुल तस्बीह की तस्बीह पढ़ेंगे।
  • अब अल्लाहु अकबर कह कर सज्दे में जाएंगे।
  • सज्दे में तीन बार सुब्हान रब्बियल अला पढ़ेंगे।
  • फिर 10 बार सलातुल तस्बीह की तस्बीह पढ़ेंगे।
  • फिर अल्लाहु अकबर कह कर सज्दे से उठें।
  • फिर 10 बार सलातुल तस्बीह की तस्बीह पढ़ेंगे।
  • फिर अल्लाहु अकबर कह कर दुसरी सज्दा करें।
  • दुसरी में भी तीन बार सुब्हान रब्बियल अला कहें।
  • फिर 10 बार सलातुल तस्बीह की तस्बीह पढ़ेंगे।
  • इसके बाद अल्लाहु अकबर कह कर उठ जाएंगे।
  • अब आप दुसरी रकात नमाज़ अदा करेंगे।

Salatul Tasbeeh Ki Namaz Ka Tarika – दुसरी रकात

  • पहले यहां 15 मरतबा सलातुल तस्बीह की तस्बीह पढ़ें।
  • इसके बाद अउजुबिल्लाह और बिस्मिल्लाह पुरा पढ़ें।
  • अब यहां भी सूरह फातिहा पढ़ कर आमिन कहें।
  • फिर यहां याद हो तो सूरह असर को एक मरतबा पढ़ें।
  • अब 10 मरतबा सलातुल तस्बीह की तस्बीह पढ़ें।
  • फिर इसके बाद अल्लाहु अकबर कहते हुए रूकूअ में जाएं।
  • रूकूअ में कम से कम 3 बार सुब्हान रब्बियल अज़ीम पढ़ें।
  • फिर 10 मरतबा सलातुल तस्बीह की तस्बीह पढ़ें।
  • फिर समिअल्लाहु लिमन हमिदह कहते हुए रूकूअ से उठेंगे।
  • फिर यहां भी उठने पर‌ रब्बना लकल हम्द‌ ज़रूर कहें।
  • यहां भी 10 मरतबा सलातुल तस्बीह की तस्बीह पढ़ें।
  • इसके बाद तुरंत अल्लाहु अकबर कहते हुए सज्दा में जाएं।
  • सज्दे में भी कम से कम 3 बार सुब्हान रब्बियल अला पढ़ें।
  • फिर 10 मरतबा सलातुल तस्बीह की तस्बीह पढ़ें।
  • इसके बाद अल्लाहु अकबर कहते हुए सज्दे से उठेंगे।
  • फिर 10 मरतबा सलातुल तस्बीह की तस्बीह पढ़ें।
  • फिर फ़ौरन अल्लाहु अकबर कहते हुए दुसरी सज्दा करेंगे।
  • दुसरी सज्दा में भी ज़रूर 3 बार सुब्हान रब्बियल अला पढ़ें।
  • और फिर 10 मरतबा सलातुल तस्बीह की तस्बीह पढ़ें।
  • अब अल्लाहु अकबर कहते हुए सज्दे से उठ कर बैठ जाएं।
  • इसके बाद तशह्हुद यानी अत्तहिय्यात पढ़ा जाता है।
  • अत्तहिय्यात पढ़ते हुए कलिमे ला पर उंगली खड़ा करें।
  • फिर तुरंत इल्ला पर उंगली गिरा कर सीधी कर लेंगे।
  • अब अल्लाहु अकबर कहते हुए खड़े हो जाएं तीसरी रकात के लिए।

Salatul Tasbeeh Ki Namaz Ka Tarika – तिसरी रकात

  • पहले 15 मरतबा सलातुल तस्बीह की तस्बीह पढ़ें।
  • फिर अउजुबिल्लाह और बिस्मिल्लाह पढ़ेंगे।
  • अब सूरह फातिहा अल्हम्दु शरीफ पुरा पढ़ेंगे।
  • पुरा पढ़ कर आहिस्ते से आमिन भी कहेंगे।
  • इसके एक बार सूरह काफीरून पढ़ना चाहिए।
  • फिर 10 मरतबा सलातुल तस्बीह की तस्बीह पढ़ें।
  • अब अल्लाहु अकबर कह कर रूकुअ में जाएंगे।
  • रूकुअ में कम से कम तीन या पांच, सात बार।
  • सुब्हान रब्बियल अज़ीम पढ़ेंगे इसके बाद।
  • फिर 10 बार सलातुल तस्बीह की तस्बीह पढ़ेंगे।
  • अब समी अल्लाहु लिमन हमिदह और रब्बना लकल हम्द।
  • कह कर रूकुअ से अपना गर्दन उठाएंगे।
  • फिर 10 बार सलातुल तस्बीह की तस्बीह पढ़ेंगे।
  • अब अल्लाहु अकबर कह कर सज्दे में जाएंगे।
  • सज्दे में तीन बार सुब्हान रब्बियल अला पढ़ेंगे।
  • फिर 10 बार सलातुल तस्बीह की तस्बीह पढ़ेंगे।
  • फिर अल्लाहु अकबर कह कर सज्दे से उठें।
  • फिर 10 बार सलातुल तस्बीह की तस्बीह पढ़ेंगे।
  • फिर अल्लाहु अकबर कह कर दुसरी सज्दा करें।
  • दुसरी में भी तीन बार सुब्हान रब्बियल अला कहें।
  • फिर 10 बार सलातुल तस्बीह की तस्बीह पढ़ेंगे।
  • इसके बाद अल्लाहु अकबर कह कर उठ जाएंगे।
  • अब आप चौथी रकात नमाज़ अदा करेंगे।

Salatul Tasbeeh Ki Namaz Ka Tarika – चौथी रकात

  • यहां भी 15 मरतबा सलातुल तस्बीह की तस्बीह पढ़ें।
  • इसके बाद अउजुबिल्लाह और बिस्मिल्लाह पढ़ेंगे।
  • फिर सूरह फातिहा पुरा पढ़ेंगे और आमिन कहेंगे।
  • फिर सूरह इख्लास एक मरतबा पढ़ना चाहिए।
  • फिर 10 बार सलातुल तस्बीह की तस्बीह पढ़ेंगे।
  • इसके बाद अल्लाहु अकबर कह कर रूकूअ में जाएंगे।
  • रूकूअ में कम से कम 3 बार सुब्हान रब्बियल अज़ीम पढ़ें।
  • फिर 10 बार सलातुल तस्बीह की तस्बीह पढ़ेंगे।
  • फिर समिअल्लाहु लिमन हमिदह कहते हुए रूकूअ से उठें।
  • रूकुअ से उठ जाने पर रब्बना लकल हम्द भी कहेंगे।
  • अब 10 बार सलातुल तस्बीह की तस्बीह पढ़ेंगे।
  • फिर तुरंत अल्लाहु अकबर कहते हुए सिधे सज्दे में जाएंगे।
  • सज्दे में कम से कम 3 बार सुब्हान रब्बियल अला पढ़ेंगे।
  • फिर 10 बार सलातुल तस्बीह की तस्बीह पढ़ेंगे।
  • अब अल्लाहु अकबर कहते हुए उठ कर बैठ जाएंगे।
  • फिर 10 बार सलातुल तस्बीह की तस्बीह पढ़ेंगे।
  • तुरंत बाद अल्लाहु अकबर कहते हुए दुसरी सज्दा करेंगे।
  • दुसरी सज्दा में भी तीन बार सुब्हान रब्बियल अला पढ़ेंगे।
  • फिर 10 बार सलातुल तस्बीह की तस्बीह पढ़ेंगे।
  • दुसरी सज्दा मुकम्मल करने के बाद अब आप।
  • अल्लाहु अकबर कहते हुए तशह्हुद के लिए बैठ जाएंगे।
  • इसके बाद अत्तहिय्यात यानी तशह्हुद को पुरा पढ़ेंगे।
  • अत्तहिय्यात पढ़ते हुए जब अश्हदु ला पर पहुंचे।
  • तो दाहिने हाथ से शहादत उंगली को खड़ा करेंगे।
  • फिर इल्लाहा पर उंगली गिरा कर सीधी कर लेंगे।
  • इसके बाद दुरूद शरीफ में दुरूदे इब्राहिम को पढ़ें।
  • फिर इसके बाद दुआए मासुरह को पढ़ेंगे।
  • अब आप इसके बाद सलाम फेर लेंगे।
  • सबसे पहले अस्सलामु अलैकुम व रहमतुल्लाह कहते हुए दाहिने तरफ गर्दन घुमाएं।
  • फिर अस्सलामु अलैकुम व रहमतुल्लाह कहते हुए बाएं जानिब गर्दन को घुमाएं।

यहां तक आपकी 4 रकात नमाज़ सलातुल तस्बीह की नमाज़ हो जाएगी आप इसी तरह 4 -4 रकात करके 8 रकात, 12 रकात भी पढ़ सकते हैं।

Salatul Tasbeeh Ki Namaz Ki Tasbeeh

सुब्हानल्लाहि वलहम्दु लिल्लाहि व ला इलाह इल्लल्लाहु वल्लाहु अकबर

Salatul Tasbeeh Ki Namaz Ki Niyat

नियत की मैने 4 रकात नमाज़ सलातुल तस्बीह की नफ्ल वास्ते अल्लाह तआला के रूख मेरा काअबा शरीफ की तरफ अल्लाहु अकबर।

अरबी में इसका नियत इस तरह करें

नवैतुवन उसल्लीय लिल्लाही तआला रकाति सलावतिल नफ्ली मुतवाजि़हन इल्लाजिहातिल काअबतिश सरीफत्ही अल्लाहू अकबर।

Salatul Tasbeeh Ki Namaz Ka Time

सलातुल तस्बीह की नमाज़ अदा करने का सबसे अफजल और दुरूस्त टाईम जोहर की नमाज़ से पहले अदा करना होता है तो इसी वक्त में पढ़ने की कोशिश रहे।

लेकीन अगर इस टाईम पे आप नहीं पढ़ पाएं तो कभी भी इन मकरूह वक्त के अलावा पढ़ सकते हैं जैसे सूर्योदय व सूर्यास्त व निस्फुन्नहार में नहीं पढ़ सकते।

अंतिम लफ्ज़

मेरे प्यारे मोमिनों आप ने अब तक तो सलातुल तस्बीह की नमाज अदा करना सिख ही गए होंगे अगर आपके मन में कोई सवाल हो तो आप हमसे कॉमेंट करके पूछ सकते हैं और इस बात को ज्यादा से ज्यादा लोगों के बीच शेयर करें जिसे वो भी सही से सलातुल तस्बीह की नमाज पढ़ सकें।

एक बात और अगर कहीं पर आपको गलत लगा हो या कहीं कुछ छूट गई हो तो भी आप हमें कॉमेंट करके इनफॉर्म करें ताकि हम अपनी गलतियां सुधार सकें हम सब से छोटी बड़ी गलतियां होती रहती है इस के लिए आप को हम सब का रब जरूर अज्र देगा इंशाल्लाह तआला।

Shah Noor is an Islamic scholar and educator with expertise in Islamic knowledge, including Quranic studies, Hadith, and Islamic law. He has over six years of experience in teaching and writing about Islamic theology.

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