आज यहां पर आप Shab E Barat Ki Namaz Ki Niyat हिंदी और अरबी में जानेंगे हमने यहां पर शब ए बारात की नमाज की नियत हिंदी और अरबी नियत भी हिंदी के आसान लफ़्ज़ों में बताया है।
यहां पढ़ने के बाद आप बहुत ही आसानी से शब ए बारात की नियत कर पाएंगे यकीनन इसके बाद फिर आपको कहीं पर भी शब ए बारात की नमाज की नियत नहीं ढूढनी पड़ेगी इसीलिए आप यहां ध्यान से पुरा पढ़ें।
Shab E Barat Ki Namaz Ki Niyat
आप भी इस बात से वाकिफ होंगे कि शब ए बारात की रात में कई तरह की फजीलत, रहमत व बरकत भरी नमाज अदा की जाती है।
आप यहां पर शब ए बारात की नियत में हर तरह की शब ए बारात की नमाज की नियत जानेंगे आप ध्यान से पढ़ कर अच्छे से समझ लें।
सबसे पहले शब ए बारात की रात में 2 – 2 रकात की नियत से 6 रकात नमाज पढ़ी जाती है जिसकी नियत आप कुछ इस तरह से करेंगे।
शब ए बारात की पहली 2 रकात नमाज की नियत
नियत की मैने 2 रकात नमाज शब ए बरात की नफ्ल उम्र दराज व खैरो बरकत के लिए वास्ते अल्लाह तआला के मूंह मेरा काअबा शरीफ की तरफ अल्लाहु अकबर।
शब ए बारात की दुसरी 2 रकात नमाज की नियत
नियत की मैने 2 रकात नमाज शब ए बरात की नफ्ल हर तरह की बला से हिफाजत के लिए वास्ते अल्लाह तआला के मूंह मेरा काअबा शरीफ की तरफ अल्लाहु अकबर।
शब ए बारात की तीसरी 2 रकात नमाज की नियत
नियत की मैने 2 रकात नमाज शब ए बरात की नफ्ल गैरों की मोहताजी से दूरी के लिए वास्ते अल्लाह तआला के मूंह मेरा काअबा शरीफ की तरफ अल्लाहु अकबर।
सबकी अरबी नियत आप इस तरह से करें
नवैतुवन उसल्लीय लिल्लाही तआला रकाति सलावतिल नफ्ली मुतवाजि़हन इल्लाजिहातिल काअबतिश सरीफती अल्लाहू अकबर।
इस तरह से आप 2 – 2 रकात की नियत करके शब ए बारात की रात मगरिब के बाद नमाज अदा करें इसके बाद की नमाज की नियत इस तरह से करें।
शब ए बारात की नमाज की नियत हिंदी में
नियत कि मैंने 2 रकात नमाज शब ए बरात की नफ्ल वास्ते अल्लाह तआला के मुंह मेरा काअबा शरीफ की तरफ अल्लाहु अकबर।
शब ए बारात की नमाज की नियत अरबी में
नवैतुवन उसल्लीय लिल्लाही तआला रकाति सलावतिल नफ्ली मुतवाजि़हन इल्लाजिहातिल काअबतिश सरीफती अल्लाहू अकबर।
शब ए बारात की रात जितनी भी नमाज अदा की जाती है सब 2 रकात की नियत से ही अदा करना चाहिए और सभी नमाज के लिए इस तरह नियत करें।
शब ए बारात की नमाज की नियत कैसे करें?
1. शब ए बारात की नमाज की नियत इस तरह से करें कि सबसे पहले आप मक्का की रूख करके खुद खड़े हो जाएं इसके बाद नियत पढ़ें।
2. नियत आप अल्फाज के जरिए पढ़ सकते हैं तो पढ़ें नहीं तो दिल में इरादा रखें कि ये नमाज तहज्जुद की अपने रब की रजा और अपने मुराद के लिए पढ़ रहा हुं।
3. इसके बाद यहां पर आपकी नियत का प्रोसेस हो जाएगा इसके बाद आप नियत बांधेंगे इसका भी तरीका नीचे बताया हुआ है समझ लें।
शब ए बारात की नमाज की नियत कैसे बांधे?
शब ए बारात की नमाज की नियत पुरा पढ़ने के बाद अल्लाहू अकबर कहते हुए अपने हाथों को कानों तक उठाएं और कान की लौ छू कर हांथ नीचे लाएं।
हांथ को नीचे ला कर अगर आप औरत हैं तो आप नियत सीने पर बांधे लेकीन अगर पुरुष हैं तो आप अपना नियत नाफ़ के नीचे बांधे।
इस तरह से कि पहले बायां हाथ की हंथेली नीचे रखेंगे इसके उपर में दाहिनी हंथेली रखेंगे और उपर नीचे से एक एक उंगली से नीचे की हांथ पकड़ लेंगे।
यहां पर ध्यान दें उपर में सिर्फ तीन उंगली ही रहना चाहिए और नियत आपको कलाई पर बांधनी है यानी उंगली से कलाई पर पकड़नी है।
अंतिम लफ्ज़
मेरे प्यारे मोमिनों आप भी अब तक तो शब ए बारात की सभी नमाज की नियत समझ गए होंगे हमने यहां पर साफ और आसान तरीके से शब ए बारात की नियत अरबी और हिंदी में भी बताया हमें यकीन है आप अब आसानी से शब ए बारात की नमाज की नियत कर सकेंगे।
अगर इसे पढ़ने के बाद अगर समझने में कोई दिक्कत आ रही हो या डाउट हो तो भी आप हमसे कॉमेंट करके ज़रूर पूछें हम आपके सवालों का जवाब जरूर देंगे जरूरत के मुताबिक सभी लोगों तक शेयर करें यह भी मजहब ए इस्लाम में एक बहुत ही बेहतरीन सदका है।